कमल शर्मा: शिमला

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पहला वेतन सुखाश्रय सहायता कोष में दिया
शिमला:(ब्यूरो) हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की नई सरकार बनते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने

समाज मे उन बच्चों का ध्यान रखते हुए अपनी पहली तनखा सरकार द्वारा गठित मुख्यमंत्री सुखाश्रय सहायता कोष में दी है इस कोष का गठन जरूरत मंद बच्चों जो पैसों की कमी के कारण अच्छे परिणाम लाने में के बाद असमर्थ रहते है और आगे पड़ना चाहते और आर्थिक संकट के कारण पड़ नही पाते उनकी मदद सरकार करेगी सरकार उन बच्चों की केयर माता पिता की तरह करेगी ये बात मुख्यमंत्री ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कही उन्होंने कहा सरकार जेब खर्च भी देगी कालेज की फीस पढ़ाई का सारा खर्च परिवार के सदस्य की तरह सरकार करेगी उन्होंने कहा जो बच्चे आर्थिक तंगी के कारण कही रह कर पढ़ाई कर रहे उनको भी सरकार मदद करेगी बेसहारा बच्चों की घर की तरह सरकार केयर और मदद करेगी।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने सामाजिक सरोकार के दायित्व का निर्वहन करते हुए मानवीय संवेदनाओं के साथ  जरूरतमंद बच्चों के लिए शुरू की योजना में अंशदान दे कर अपनी पहली तनखा मुख्यमंत्री ने नए वर्ष के पावन अवसर पर  सुखाश्रय कोष में दी मुख्यमंत्री ने इसे स्थापित करने की घोषणा की थी, ताकि इस कोष के माध्यम से प्राप्त राशि से जरूरतमंद बच्चों और निराश्रित महिलाओं को उच्च शिक्षा प्रदान की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित यह सहायता कोष समाज में वंचित रहे बच्चों और महिलाओं को आगे बढ़ने में मदद करेगा। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा ‘ की सभी कांग्रेस पार्टी के सभी विधायक भी अपनी एक तनखा इस कोष में देने की इच्छा जाहिर कर चुके है काबिले गौर है मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की इस पहल से आम नागरिक के पास कुछ करने और मदद की इच्छा रखने वालों के लिए एक नया  मार्ग शुरू हुआ है न केवल जनप्रतिनिधि बल्कि आम नागरिक भी इस कोष में योगदान के लिए प्रेरित होंगे।

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