पंचायत चुनाव पर सरकार की तरफ निगाहे : कई सवाल ?
December 13, 2020
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पंचायत चुनाव पर सरकार की तरफ निगाहे
कमल शर्मा
(मेरी कलम से)
Cnbnews4himachal:- (13दिसम्बर 2020):-पंचायत चुनाव को ले एक रूटीन प्रोसेस में सिस्टम के मुताबिक सारी तैयारियां पूर्ण है। लेकिन जनता की निगाहे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर जयराम पर टिकी है कि वे क्या फरमान जारी करते है ।
कोविड काल मे चुनाव करना जरूरी है? पहाड़ी इलाके में बर्फ सीजन भी है। जिन कर्मचारियों की चुनाव करवाने के लिए मूवमेंट्स रहेगी कोविड काल मे वे पीसफुल माइंड से ये सब झेल पाएगे? । बहुत सारे सवाल अभी भी अनसुलझे है जो आम जनता के जहन में है ,जीवन है तो सब कुछ है इस वखत जनता भी वैश्विक महामारी से बचने और लड़ने की चुनाव करवाने से ज्यादा आवश्यकता समझ रही है।
पंचायत चुनाव से गांव में सब कुछ उस तरह से नही रहेगा जिस प्रकार 65 फीसदी लोग घरों से गांव में कोविड काल मे कही नही निकले है और न वो किसी को मिलना चाहते है ,और न ही बाहर से आने वाले किसी ब्यकि के संपर्क में आना चाहते है वो वैश्विक महामारी से अपना बचाव इन पुरानी व्यवस्थाओं से कर रहे है, लेकिन जब पंचायतो की पंचायत चुनाव की मूवमेंट शुरू हो जाएगी कम से कम गांव में कोविड स्प्रेड का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा ।
बतादे जनता भी स्वस्थ और टेंशन फ्री रहना चाहती है । सरकार को चाहिए वे जनता की हेल्थ को मध्यनजर रख कर “चुनाव” पर पुनर्विचार जनहित में जरूर करे। जाहिर है सरकार और जनता का रिश्ता अफसर शाही, दल ,कार्यकर्ता और सरकार को एडवाइज देने वाले शुभचिंतकों से भी बहुत बड़ा रिश्ता है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर जयराम एक जमीनी सचाई को समझने वाले जनता के मुख्यमंत्री है। बतादे जनता का दिल टटोल कर पाया कि वे इस परिस्थिति में पंचायत चुनाव नही चाहती है कोरोना संक्रमण की वजह से आम जनता इस वखत चुनाव हरगिज नही चाह रही है।जाहिर है संक्रमण की चैन को रोकने के प्रयास सर्वप्रथम हो। चुनाव को कुछ समय के लिए टाल देना जनता के स्वास्थ्य के लिए संजीवनी का काम करेगी।
ज्ञातरहे । चुनाव होने से मूवमेंट बढ़ेगी एक पंचायत में कम से कम 7 वार्ड रहते है कल्पना की जाए मिनिमम हर पद के लिए 2 सदस्य उमीदवार बनते है तो पूरी पंचायत में 16 उमीदवार पंचायत चुनाव में मैदान में होंगे, उमीदवारो का अधिक उतरना एंडलैस है इस के अतिरिक्त बीडीसी और जिला परिषद भी है जीस की कल्पना करना कठिन है।
ऐसी स्थिति में गांव के भीतर हर घर में हर व्यक्ति की मूवमेंट बढ़ जाएगी जिससे क्रोना संक्रमण के खतरे से बचना कठिन और नामुमकिन हो जाएगा क्या मालूम कौन केरियर बन कर चुनाव मूवमेंट में शामिल हो जाए? सरकार पर ही जनता की निगाहें टिकी है आने वाले एक दो दिन में चुनाव पर क्या फरमान जारी होता है। :—–/////