न्यूज़ एजेंसी:शिमला
शिमला:(29जुलाई):-किसानों व बागवानों के संगठनों के संयुक्त किसान मंच की प्रदेश सरकार के निमंत्रण पर एक बैठक सचिवालय में आयोजित की गई जिसमें 27 संगठनो के करीब 60 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में संयुक्त किसान मंच द्वारा सरकार को प्रेषित किये गए 20 सूत्रीय मांग पत्र पर चर्चा की गई। बैठक में चर्चा सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई और प्रतिनिधयों द्वारा मांगपत्र में दी गई मांगों पर तर्क सहित सुझाव देकर सरकार को इन पर तुरन्त इनको लागू करने का आग्रह किया गया ताकि संकट में घिरे किसान व बागवान को कुछ राहत मिल सके। सरकार ने माना कि किसानों व बागवानों की सभी मांगे जायज़ है और मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया और आश्वासन दिया कि इनपर जल्द निर्णय लिया जाएगा। इस बैठक में संयोजक हरीश चौहान, सह संयोजक संजय चौहान के साथ संजीव ठाकुर, राजन हारटा, सोहन ठाकुर, संदीप वर्मा, सुशील चौहान, प्रताप चौहान, कुलदीप सिंह तंवर, सत्यवान, दीपक सिंघा, पूर्ण ठाकुर, देवकी नन्द, किशोरी लाल, संजय घमटा, मेहर सिंह, प्रेम कैंथला, सुरेश वर्मा, आशुतोष चौहान, कुलदीप तेगटा, राजीव चौहान, विजय राजटा, त्रिलोक मेहता, गोपाल चौहान, निहाल चंद, कैलाश मांटा आदि के साथ विधायक बलबीर वर्मा व राकेश सिंघा भी उपस्थित रहे।
नही माना निर्णय आंदोलन की राह पर जाने की बनाई रणनीति
उधर बैठक के तुरन्त पश्चात सभी किसानों व बागवानों के प्रतिनिधियो ने अपनी एक बैठक की सयोजक हरीश चौहान व सहसंयोजक संजय चौहान जानकारी देते हुए कहा बैठक करके इसमे निर्णय लिया कि सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर मात्र औपचारिकता की है और बैठक में सरकार द्वारा केवल मात्र आश्वासन दिया गया है। इसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि 5 अगस्त, 2022 को सभी किसान व बागवान संगठन अपनी मांगों को मनवाने के लिए सचिवालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन करेंगे। संयुक्त किसान मंच सभी किसानों व बागवानों से आग्रह करता है कि वह अपनी खेती व रोजी रोटी को बचाने के लिए इस प्रदर्शन में बढ़चढ़ कर भाग ले ताकि सरकार हमारी मांगो पर शीघ्र अमल करें।