(नेरव/डीडी,जंसटा)
Cnbnews4himachal 13मईं19
चौपाल की बौहर सड़क को ले कर मतदान न करने पर अड़े ग्रामीण
(चौपाल का दूरदराज इलाका बौहर)फोटो:cnb
नेरवा:(चौपाल)लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की घोषणा कर चुके बौर पंचायत के बाशिंदे गुम्मा-बौर-सुनारली सड़क निर्माण विवाद में चौपाल के विधायक की लोक निर्माण विभाग की मौजूदगी में मध्यस्थता एवं पक्का आश्वासन मिलने के आलावा किसी भी सूरत में चुनाव में मतदान के लिए तैयार नहीं है ! लोगों का साफ़ साफ़ आरोप है कि विधायक द्वारा उन्हें पिछले सात साल से मात्र आश्वासन ही मिल रहे हैं ! उपमंडल चौपाल की दुर्गम और दूरस्थ पंचायत बौर के लिए बनने वाली इस सड़क के निर्माण की प्रक्रिया 35 साल पहले 1984 में शुरू हो चुकी है,परन्तु इसका निर्माण डाडल नमक स्थान पर जनवरी माह से रोक दिया गया है ! लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्धारित ट्रैक के अनुसार यह सड़क पंचायत के समीप डोर नमक स्थान से सुनारली,थुनाल्डी,कारोला से होते हुए बौर पंहुचनी थी, प्राप्त जानकारी के अनुसार वहाँ के एक कथित प्रभावशाली गुट द्वारा अपने प्रभाव से इस सड़क का रुख डोर से डाडल की तरफ करवा दिया गया ! इसके बाद इस सड़क के निर्माण में विवाद शुरू हो गया,क्योंकि लोक निर्माण विभाग द्वारा तय ट्रैक से यह उक्त चार गाँव को तो लाभान्वित करती थी,परन्तु बदले गए ट्रैक के आधार पर उक्त चारों गाँव सड़क सुविधा से वंचित हो रहे हैं ! लोगों का आरोप है कि ट्रैक बदलने पर जहां से यह सड़क निकाली जा रही है उससे पंचायत के किसी भी गाँव को कोई फायदा नहीं होगा व पंचायत वासियों की सड़क से जुड़ने की ऊमीदें पूरी नहीं हो पाएंगी ! इसके आलावा जिस स्थान से इस सड़क को अब निकाला जा रहा है वह स्थान पक्का ढांक है व इसकी कटिंग करने पर न केवल इसकी लागत कई गुना अधिक बढ़ जाएगी,बल्कि इसके पत्थर नेरवा पांवटा मार्ग तक पंहुच कर कोई बड़ा नुक्सान भी कर सकते है ! यही वजह है कि इस सड़क का निर्माण कार्य पिछले कई सालों से लटका पड़ा है ! पंचायत के हालात ऐसे हैं कि यदि किसी मरीज को इलाज के लिए तुरंत लेजाना पड़े सड़क नही है जिस कारण उठा कर पालकी से सड़क तक पंहुचाना पड़ता है,लोगों का कहना है वोट किस लिए देने जब उनकी मूलभूत सुविधाओं की तरफ चुने हुए प्रतिनिधियों का कोई ध्यान नहीं है
फ़ोटो: बौहर जहां लोग सड़क मांगते है