चूड़धार में शांत महायज्ञ 52 साल बाद ऐतिहासिक महायज्ञ 11अक्टूबर को

10अक्टूबर2024

ब्यूरो रिपोर्ट/सीएनबीन्यूज़4हिमाचल
चौपाल:-चूड़धार स्थित शिरगुल महाराज के मंदिर में  कल धार्मिक अनुष्ठान यानी शांत महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। करीब 52 साल बाद चूड़धार चोटी पर इस तरह का बड़ा धार्मिक आयोजन हो रहा है। 11अक्टूबर को सुबह 11:00 बजे से लेकर 1:00 बजे के बीच कुरुड़ स्थापित होगा। इस अवसर पर क्षेत्र से शिरगुल महाराज बिजट महाराज और सभी देवी देवताओं की 12 पालकियां चूड़धार के समीप काला बाग में पहुँच चुकी है जो रात्री को वंही विश्राम करेगी और इसके अलावा दर्जनों स्थानीय देवी-देवता भी इस महायज्ञ में शरीक हुए है। इस अनुष्ठान में शिमला, सोलन व सिरमौर जिले के अलावा पड़ोसी राज्य उत्तराखंड से 25 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है। चूड़धार मंदिर के जीर्णोंद्धार का कार्य पिछले 20-22 वर्षों से किया जा रहा है।  मंदिर में लकड़ी की अद्भुत नक्काशी की गई है और मंदिर को पांच क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है।


चूड़धार मंदिर कमेटी अध्यक्ष एवं एसडीएम चौपाल हेम चंद वर्मा ने कहा कि   चूडधार के शांत पर्व के दौरान वीरवार को रात्री ठहराव के लिए  प्रशासन ने काला बाग में टेंट की व्यवस्था की है। काला बाग नामक स्थान पर 12 टेंट देवता की पालकी के लिए तथा 40 टेंट चूडधार दर्शन हेतू पधारने वाले श्रद्धालुओं के रात्री ठहराव के लिए लगाये गए है। इसके अलावा मंदिर व समिति की सरांय में भी ठहरने की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अस्थाई शौचालय बनाये गए है तथा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रात्री में ठंड से बचने के लिए आग जलाने के लिए लकडियाँ भी एकत्र की गई है। एसडीएम चौपाल हेमचंद वर्मा ने कहा कि रात्री में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भजन कीर्तन का भी प्रबंध किया गया है। सभी श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था चूडेश्वर सेवा समिति द्वारा की गई है।  उन्होंने कहा कि चूडधार दर्शन हेतू पधारने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन हेतू  बसें चलाई गई है जो सरांह, लिगंजार से मडॉह लाणी तक जायेगी तथा कुपवी में ठहरने वाली बसें वाया काण्डा बनाह जायेगी।

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