कमल शर्मा:चौपाल
चौपाल में विद्युत ब्यवस्था का बुरा हाल जनता ने कहा मूर्ख बना दिया
चौपाल:चौपाल में बिजली की हालत बहुत खराब है लोगों को बिजली जब चाहिए तब मिलती नही पावर कट बिजली की ट्रिपिंग 22 केवी फेल होना लाइन पर पेड़ गिरना चौपाल के लिए आम बात है ,लेकिन हर कभी “शट डाउन”66 केवी के नाम पर सभी की समझ से परे है विभाग द्वारा 20 नवम्बर को घोषित शट डाउन न लेने से भी लोग भड़के हुए है जनता सोशल मीडिया पर कह रही है हमेशा बंद रखो ,चौपाल में होती कब है बिजली जब बंद करनी है। एक ने तो यहाँ तक लिखा है विभाग ने 20 नवम्बर को शटडाउन न ले कर बुद्धू बनाया है (मूर्ख बनाया है) अब फिर लेगे वर्किंग दे में शट डाउन,विभाग के प्रति ऐसी चर्चा है एक ने तो सोशल मीडिया पर भी कमेंट बॉक्स में लिखा है। लोगों में बिजली को ले कर बहुत गुस्सा है न तो इतने शट डाउन ले कर 66 केवी कम्प्लीट हुई और न लोगो को ठीक से पूरे साल बिजली मिली । अगर जनवरी 2021 से 20नवम्बर 2022 तक का बिजली का आंकड़ा चौपाल का देखा जाए तो बहुत कम दिन है जब बिजली रही। हिमाचल प्रदेश में अन्य स्थानों के मुकाबले यहां बिजली बेहतर रही होगी एक फार्मूले के अनुसार पूरे डे नाईट गिने जाए तो हिमाचल प्रदेश का जिला शिमला का अभागा चौपाल यहाँ पर बिजली बहुत कम बिजली मिलने के लिए अपना नाम प्रदेश में दर्ज कर चुका है जिस की चिंता इनके “सीटी “में बैठे बड़े अधिकारियों को नही है। काबिले गौर है विद्युत विभाग का एसई रैंक से बढ़ा कोई अधिकारी चौपाल की सुध लेने नही आया । वही दूसरा पक्ष देखा जाए तो चौपाल विद्युत विभाग हिमाचल प्रदेश में चौपाल में सब से कम खर्च करने वाला बिजली विभाग बन गया है इनके अधिकारी राजधानी शिमला में चौपाल की जनता की तरफ से इनाम के हकदार है जिन्होंने चौपाल की जनता को डिजिटल युग मे अंधेरो में जीना सिखाया । जाहिर है लोगों का विभाग पर मजबूरी का भरोसा है 66 केवी का लॉलीपॉप चौपाल के लिए फिलहाल पहेली बन गया है । चौपाल की बिजली ब्यवस्था बहुत खराब है हर दिन रात ट्रिपिंग हो रही है रात में 1-30 बजे के बाद सुबह 7 बजे तक फयूज नही लगता सुबह 7 से 8 बजे बिजली अक्सर गुल रहती है कारण अफसर शाही ग्रामीण क्षेत्रों को बंद रख कर शहरों और वीआईपी कलोनी को रौशन रख कर वाही वाही लूट रहे है फिलहाल चौपाल बिजली के कारण त्रस्त है।