कमल शर्मा
चौपाल:(ब्यूरो) 12सितंबर:- चुनावी समर में चौपाल विधानसभा क्षेत्र के परगना हामल के
“शुनकटा” समुदाय के सुरेंद्र शर्मा का कांग्रेस पार्टी से टिकट के पैनल में नाम जाने से क्षेत्र के लोगो मे परगना हामल में बहुत ज्यादा खुशी देखने को मिल रही है सुरेंद्र शर्मा चौपाल की राजनीति में पिछले एक वर्ष से काफी सक्रिय थे अपने स्तर पर अंदर खाते करीब 2 तीन वर्षों से चुनाव लड़ने के लिए काम कर रहे थे । वो अपने टिकट को ले कर काफी आश्वस्त है हालांकि टिकट के लिए लड़ाई लंबी है सुरेंद्र शर्मा 13 सितंबर के बाद से एक सप्ताह दिल्ली रहने वाले है उनके अनुसार 15 सितंबर और 20 सितंबर के बीच हिमाचल के टिकट को ले कर स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो सकती है। गौर रहे सुरेंद्र शर्मा गांधी परिवार के काफी नजदीक पिछले आठ दस सालों से रहे है प्रियंका गांधी के साथ काम करते रहे है। टिकट के लिए इन सूत्रों को गंभीरता से इस लिए भी लिया जा सकता है, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी में सुरेंद्र शर्मा का नाम किसी बड़े नेता ने जब लिया है तो तभी पैनल में आ गए, वैसे तो चौपाल से 12 से 18 के करीब टिकट की इच्छा रखने वाले भी थे जिन्होंने टिकट के लिए पूर्व अध्यक्ष सबला राम चौहान सहित बहुतो ने दरखास्त की है चौपाल से पैनल में 4 ही नाम है समझा जा रहा है लास्ट तक ये ही नाम स्क्रीनिंग कमेटी और इलेक्शन वॉर रूम में अंतिम फैसले के बाद बाहर एक ही नाम आएगा जिस के लिए सुरेंद्र शर्मा अभी से गोटिया फिट करने में लगे हुए है। सुरेंद्र शर्मा को दिल्ली में गांधी परिवार की नजदीकियो की वजह से बड़ी तोप माना जा रहा है । याद रहे 2007 में गांधी परिवार के कुक रहे प्रकाश करड को अर्की विधानसभा क्षेत्र से गांधी फैमली ने टिकट थमा दिया था । अब प्रियंका गांधी के साथ की सुरेंद्र शर्मा की नजदीकियां चौपाल से टिकट के लिए हलके में नही लिया जा सकती। टिकट बाटने और खुद को टिकट रखने वालों की फिलहाल सुरेंद्र शर्मा ने बाट लगा दी है कांग्रेस हाई कमांड क्या निर्णय लेता है इस पर अभी कोई भविष्यवाणी नहीं की जा सकती हालांकि अंतिम निर्णय आलाकमान का होगा लेकिन इस वक्त सुरेंद्र शर्मा टिकट को लेकर चौपाल की राजनीति में सभी पर भारी पड़ रहे हैं