शिमला:(8अप्रैल) ब्यूरो रिपोर्ट:-
शिमला नागरिक सभा द्वारा शिमला शहर में पेयजल की किल्लत, पानी की दरों में प्रति वर्ष 10 प्रतिशत वृद्धि व भारी भरकम बिलों को लेकर तथा शिमला शहर के पेयजल के निजीकरण के विरोध में SJPNL कंपनी के कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया
शिमला नागरिक सभा के सयोजक संजय चौहान ने कहा ये आश्चर्यजनक बात है कि अच्छी बरसात व बर्फबारी के बावजूद इस वर्ष मार्च के महीने में ही शिमला शहर में लंबे समय से पीने के पानी की राशनिंग की जा रही है और एक दिन छोड़ कर बिना किसी समय सारिणी के पानी की आपूर्ति की जा रही है। तीसरे दिन भी कम प्रेशर के कारण कई क्षेत्रों में अधिकांश घरों में पानी की आपूर्ति नहीं हो पाती है तो वहाँ 4 से 6 दिनों के बाद पानी मिल पाता है। जिससे जनता विशेष रूप से कामकाजी लोगों को बेहद परेशानी हो रही है। संजय चौहान ने कहा इसी के साथ सरकार के निर्णय अनुसार हर वर्ष पानी की दरों में 10 प्रतिशत की वृद्धि तथा इस पर 30 प्रतिशत सीवरेज सेस लिया जा रहा है। सरकार द्वारा पानी की दरों में भारी वृद्धि की गई है और पानी के बिलों में भी अनियमितताएं हो रही है और लोगों को भारी भरकम बिल दिये जा रहे हैं। इस प्रदर्शन में कंपनी कार्यालय का घेराव किया गया तथा मांग की गई कि शहर में हररोज उचित समय सारिणी के अनुसार पानी दिया जाए, सरकार प्रति वर्ष 10 प्रतिशत की वृद्धि व 30 प्रतिशत सिवरेज सेस का निर्णय वापिस ले। पानी के बिलों में अनियमितताएं ठीक की जाए तथा बिल की व्यवस्था को सुचारू किया जाए। शिमला शहर के पेयजल की व्यवस्था का निजीकरण नहीं किया जाए। यदि इन मांगों पर सरकार तुरन्त अमल नहीं करती तो शिमला नागरिक सभा जनता को लामबंद कर सरकार की इन जनविरोधी नीतियों के विरुद्ध आंदोलन को और तेज करेगी। इस प्रदर्शन में विनोद बिसरांटा, कपिल, अनिल, नीतीश, बालक राम, सोनिया, हिम्मी ठाकुर, जगमोहन ठाकुर, विजय कौशल, सुरिन्दर, विवेक राज, किशोरी डडवालिया, पूर्ण चंद, अनुजा, अदिति, अर्जिता, हैप्पी ठाकुर, रिम्पल ठाकुर, रंजीव कुठियाला, अंकित दुबे, सुमित आदि ने भाग लिया।
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