चौपाल में चूड़धार पर्यटन के क्षेत्र में उपेक्षित  क्यों

(फ़ाइल फोटो—चूड़धार का सुंदर नजारा)

कमल शर्मा :11 दिसम्बर19

चौपाल में चूड़धार पर्यटन के क्षेत्र में उपेक्षित  क्यों

चौपाल पर्यटन के क्षेत्र में नही हो पाया विकसित

(फोटो–चूड़धार  —फ़ाइल फोटो

चौपाल: चौपाल को पर्यटन के क्षेत्र मे उभारे जाने की आपार सम्भवनाए है लेकिन चौपाल के धर्मिक पर्यटन स्थल   चूड़धार को अभी तक सरकारी तौर से  हिमाचल पर्यटन से नही जोड़ा गया है।  चूड़धार को अभी तक विकसित करने में लोकल लोगो का बहुत बड़ा योगदान है वही 12 साल की तपस्या पर रहे स्वामी श्यामा नंद और अब उन के शिष्य सन्यासी महाराज यहाँ व्यवस्ता को आगे चलाये हुए है । समुद्र स्थल से 11500 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित चूड़ेश्वर महाराज का पौराणिक मंदिर “शिव लिंग रूप यहाँ  शक्ति रूप से विख्यात है इस स्थल पर पिछले 12 साल से हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन को आते है । इस वखत चूड़धार

जाने वाले श्रद्धलुओं की यात्रा  सर्दी के कारण बर्फ से रास्ते रुकने के कारण बंद हो जाती है  और  यह यात्रा फिर  अप्रैल  मास में  शुरू होती है इसी कड़ी में

दिल्ली , हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड , सिरमौर सोलन शिमला , सहित जुब्बल कोटखाई , रोहड़ू,  ठियोग, रामपुर कुमारसैन और समूचे चौपाल के श्रद्धालु हजारो की तादाद में दर्शन कर आशिर्वाद प्राप्त करने हर वर्ष  आते है जाते है। अप्रैल से  नवम्बर तक चूड़धार की यात्रा चलती रहती है

। चूड़धार में चूड़ेश्वर सेवा समिति  लोगो की सुविधा के लिए हर वखत लंगर की ब्यवस्था करता है और यात्रियों के लिए सराय और ठहरने की भी सुविधा उपलब्ध करवाता है।  हजारो श्रद्धालु यहां लंगर ग्रहण कर धर्मिक दर्शन के साथ प्राकृतिक  सौंदर्य का खूब आनंद उठाते है चूड़ेश्वर सेवा समिति चौपाल के सदस्य केसी शर्मा ने बताया कि  समिति की तरफ से यहाँ चूड़ धार में  समिति भवन बनाया गया है जहाँ पर लोगो को ठहरने की ब्यवस्था है और कम्बल आदि दिए जाते है।

चूड़धार में अभी तक जो कुछ विकास हुवा है। उस मे चौपाल के स्थानीय लोग स्वामी श्याम नंद और चूड़ेश्वर सेवा समिति शामिल है । लेकिन हिमाचल सरकार ने इस स्थल को आज तक पर्यटन मानचित्र अंकित तक नही किया है।     चौपाल के लोगो ने चूड़धार को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने के लिये हर सरकार के समक्ष मामला उठाया लेकिन राजनीतिक  उपेक्षा के कारण चौपाल का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल चूड़ धार आज जी सरकारी उपेक्षा का शिकार है।

हालत ये है कि श्रद्धालु ज्यादा है और सरकारी ब्यवस्था कम, टॉयलेट की भी उचित ब्यवस्ता नही है सफाई ब्यवस्ता धार्मिक स्थल पर चरमरा चुकी है।  लोगो ने सराहा , चौपाल  में हिमाचल पर्यटन  विभाग का होटल बनाये जाने की मांग रखी है

(फ़ाइल फोटो:-चौपाल का सुन्दर दृश्य चौपाल स्कूल ग्राउंड)

यहाँ की सुंदरता की बात करे तो, चौपाल में चिनार, क्रिसमस ट्री, तोष, बान महरु, फाजा, गल्ला,  चीड़, कायल, और देवदार के सुंदर जंगल है प्रकृति ने सब कुछ दिया है फिर भी चौपाल पर्यटन मान चित्र पर नही उभर पाया है।

चौपाल ब्राह्मण सभा चूड़ेश्वर सेवा समिति   ,एक प्रयास समाज सेवी संस्था, ग्रामीण विकास समिति  तथा  कृष्ण शर्मा, प्रदीप मैहता, प्रताप नेगी नरवीर भोटा, मंगत राम शर्मा , राई सिंह झरता, केवल राम शर्मा, । केएन शर्मा, सुरेंदर ठाकुर, रविन्द्र नेगी, दुला राम  शर्मा,  , श्याम शर्मा योगेश अज़टा, सही राम जनदेव, बेबी नंटा, दौलत राम नंटा, चौपाल ब्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष रघुवीर मैहता, ने मुख्यमंत्री ठाकुर जयराम के ध्यान में चूड़धार को धर्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का मामला लाया है मांग की है चौपाल को पर्यटन मानचित्र पर लाया जाए।

फोटो: चूड़धार का सुंदर  नजारा

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