चकराता/ उत्तराखंड
हिमाचल ब्यूरो- 7दिसम्बर19
पत्रकारिता के प्रशिक्षण में प्रशिक्षार्थियों को दी गई ‘समाचार स्त्रोतों’की जानकारी
चकराता महाविद्यालय में चल रहा है ‘समाचार लेखन’ का नि:शुल्क कोर्स
चकराता;(उत्तराखंड)ब्यूरो:-श्री गुलाब सिंह राजकीय महाविद्यालय चकराता (देहरादून) में करियर काउसलिंग के अंतर्गत ‘समाचार लेखन की कला’ पर चल रहे 15 दिवसीय नि:शुल्क प्रशिक्षण के चौथे व्याख्यान में शनिवार को प्रशिक्षणार्थियों को समाचार के स्त्रोतों से अवगत कराया गया। रिसोर्स पर्सन के रूप में प्राचार्य प्रो.के.एल.तलवाड़ ने बताया किआज के युग में सूचनाओं की प्राप्ति के लिए लोगों की समाचार पत्रों पर निर्भरता काफी बढ़ गई है।इसलिए सही एवं तथ्यात्मक लेखन की आवश्यकता बढ़ी है।समाचार लेखन में छोटी- सी अवहेलना या त्रुटि समाचार पत्र के प्रति पाठकों के विश्वास को आघात पहुंचाती है।समाचार में सत्य से परे कुछ नहीं होना चाहिए। प्रो.तलवाड़ ने बताया कि समाचारों के स्त्रोत प्रत्याशित या अनुमानित तथा अप्रत्याशित हो सकते हैं।समाचार स्त्रोतों का सम्यक और सफल दोहन करने के लिए
संवाददाता को मानव स्वभाव को समझने की अच्छी समझ होनी चाहिए। विभिन्न संस्थानों की प्रेस विज्ञप्ति भी एक प्रमुख समाचार स्त्रोत होता है किन्तु तथ्यों की वास्तविकता की पुष्टि संवाददाता स्वयं अपने विवेक से करता है।पत्रकारिता में रिपोर्टिंग का कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण है।आज के समय में समाचार पत्रों को न्यूज एजेंसियां भी प्रतिदिन समाचार और फोटोग्राफस् उपलब्ध करवाती हैं, किन्तु उन्हें रोचक और सिलसिलेवार पाठकों के सामने रखना संवाददाता अथवा पत्रकार का ही कार्य होता है।व्याख्यान के उपरांत सभी प्रशिक्षणार्थियों से अभ्यास कार्य भी करवाया गया।प्रशिक्षण के दौरान महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डा.नरेश चौहान व डा.देशराज सिंह भी मौजूद रहे।