भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी) की राज्य कमेटी की बैठक शिमला में संपन्न
शिमला:-भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी) की राज्य कमेटी की बैठक शिमला में संपन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता राकेश सिंघा द्वारा की गई। इस बैठक में केन्द्रीय कमेटी के सदस्य ओंकार शाद ने पार्टी की केंद्रीय कमेटी द्वारा पारित 24वीं पार्टी कांग्रेस के लिए राजनीतिक प्रस्ताव के मसौदे का विवरण रखा तथा राज्य सचिव संजय चौहान द्वारा राज्य की राजनीतिक परिस्थिति तथा संगठन की रिपोर्ट पेश की गई। बैठक में देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, कृषि संकट, आर्थिक असमानता के लिए केंद्र में एनडीए सरकार द्वारा लागू की जा रही नवउदारवादी नीतियों को जिम्मेवार ठहराया।
बैठक में राज्य की बिगड़ती आर्थिक स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई। पार्टी का मानना है कि प्रदेश में इस आर्थिक संकट का मुख्य कारण प्रदेश सरकार की कम आय तथा बढ़ता खर्च है जिससे प्रदेश सरकार पर कर्ज का बोझ बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में सरकार को नियमित कार्यों के लिए भी कर्ज लेना पड़ रहा है। प्रदेश सरकार पर 1 लाख करोड़ रुपए का कर्ज हो गया है जोकि पूर्व की बीजेपी की सरकार के समय 75000 करोड़ रुपए था। केंद्र सरकार द्वारा राज्य को दी जा रही आर्थिक सहायता में निरन्तर कटौती की जा रही। 15वें वित्त आयोग द्वारा दी जा रही राजस्व घाटा ग्रांट में निरन्तर कमी की जा रही है।
प्रदेश में आर्थिक संकट के चलते राज्य सरकार केंद्र की सरकार के दबाव में इसके द्वारा निर्देशित नवउदारवादी नीतियों को लागू कर रही है। इसके चलते सरकार द्वारा बिजली, पानी, परिवहन, शिक्षा ,स्वास्थ्य के सेवा क्षेत्र में दी जाने वाली सहायता में कटौती कर रही है तथा इन मूलभूत सेवाओं का निजीकरण किया जा रहा है। सरकार द्वारा बिजली, पानी की दरों तथा बस किराए में वृद्धि की जा रही है। जिससे ये सेवाएं महंगी हो रही है और सरकार की इन नितियों से आम जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। पार्टी सरकार के द्वारा लागू की जा रही इन जनविरोधी नवउदारवादी नीतियों का विरोध करती है तथा सरकार से मांग करती है कि सरकार आम जनता पर आर्थिक बोझ डालने वाली नीतियों पर रोक लगाए।